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Wednesday 21 March 2018

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम ने जिले के अस्पतालों का किया निरीक्षण

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम ने जिले के अस्पतालों का किया निरीक्षण

खण्डवा 21 मार्च, 2018 - राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर डॉ. बंसत गुप्ता एवं डॉ.रक्षिता, कंसल्टेंट, एन.एच.आर.सी., दिल्ली द्वारा खंडवा जिले में हेल्थ एवं वैलनेस संेटर बनाने के लिए जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं का सुपरविजन किया गया। गत दिवस उप स्वास्थ्य केन्द्र आवल्या, पटाजन, खेड़ी, हिरापुर व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द गुड़ी, सिंगोट, आशापुर, रोशनी का निरीक्षण कर इन्हें हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर बनाने के लिये संभावनाओं का परीक्षण किया। उनके द्वारा मौजूद बिल्डींग, उपकरण, फर्नीचर, व स्टॉफ की कमी को नोट किया गया ताकि इन्हें अपग्रेड करने के लिये राज्य व केन्द्र शासन को रिपोर्ट दी जा सके। इसके अलावा टीम द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छैगांवमाखन, मूंदी एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिचगोहन व मोहना उनके समीपस्थ स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्रों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतन खंडेलवाल एवं संभागीय आर.एम.एन.सी.एच.-ए. कॉर्डिनेटर डॉ. श्याम जाटव एवं जिला मिडिया अधिकारी, श्री विक्रम सिंह मण्डलोई उपस्थित थे । 
         मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि केन्द्र सरकार व्दारा हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर योजना अंतर्गत पूरे देश में 1.50 लाख सेंटर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से 25 हजार इस वर्ष बनाये जायंेगे, उसी योजना के अंतर्गत ख्ंाडवा जिले के अभी 6 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिन्हित किये जा चुके है। इन सेंटर्स द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिये 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराई जायेगी, जिसमें गर्भवती महिलाओं की जांच, गर्भवती महिलाओं व बच्चों का शत्प्रतिशत टीकाकरण साथ ही संस्थागत प्रसव, टी.बी., कैंसर, नाक-कान-गला, दन्त रोग, असंचारी रोग, मधुमेह, रक्तचाप, कैंसर एवं मानसिक रोगियों की जांच आदि सेवायें दी जायेगी, एवं इन बीमारियों के लिये मरीजों की काउंसलिंग, उनकी विभिन्न जांचे करवाकर उन्हें इन संेटर्स के माध्यम से उन्हीं के गांव में आवश्यक दवाएं निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। इन बीमारियो से पीडि़त ग्रामीणों को उप स्वास्थ्य केन्द्र में ही उपलब्ध सुविधाओं से ज्यादा सेवाओं की आवश्यकता होने पर उन्हें निकट के प्राथमिक स्वास्थकेन्द्र और वहां से आवश्यकता होने पर समीपस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भेजा जावेगा। इन हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर पर आवश्यकतानुसार उपकरण, दवाईयों के साथ 01 महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, 01 पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं 01 प्रशिक्षित कम्युनिटी हेल्थ प्रोवाईडर उपस्थित रहेंगे, जो कि पूर्ण रूप से प्रशिक्षित रहेंगे।
        हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर के रूप में चिन्हित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 1 एम.बी.बी.एस. चिकित्सक, 1 आयुष चिकित्सक या ब्रिज कोर्स प्रशिक्षित स्टाफॅ नर्स, लेब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट व अन्य स्टॉफ उपस्थित होगा, जो इन सेंटर्स के लिये चिन्हित 12 प्रकार की सेवायें जनता को उपलब्ध करायेंगे एवं निःशुल्क उपचार प्रदान करेंगे। इन सेंटर्स पर मरीजों की आवश्यक कांउसलिंग भी की जावेगी और स्वास्थ्य के प्रति लगातार जनजागरूकता की जायेगी। उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर पदस्थ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे कर इन 12 प्रकार की बीमारियों से पीडि़त मरीजों का चिन्हांकन कर उन्हेें हेल्थ एवं वैलनेस संेटर्स पर लाया जाकर सेवायें उपलब्ध करायी जावेंगी। 

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