सफलता की कहानी
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना ने जमनाबाई व रामनारायण की चिंता दूर की
खण्डवा 17 मार्च, 2018 - जिले के ग्राम कॉंजीपुरा निवासी राम नारायण व उसकी पत्नि जमनाबाई पिछले कई वर्षो से इस चिंता में डूबे रहते थे कि गरीबी के कारण कैसे वह अपनी बेटी दीक्षा के हाथ पीले कर सकेगा। जैसे जैसे बेटी बड़ी होती गई राम नारायण की चिंता भी बढ़ती गई। बेटी जब विवाह योग्य हुई तो अपने रिष्तेदारों की मदद से उसने आसपास के गांव में अपनी बेटी के लिए लड़का देखना प्रारंभ किया, कुछ ही दिनों में जिले के ग्राम बरूड़ में अपनी बेटी दीक्षा के लिए योग्य वर के रूप में भाईराम व बसूबाई के बेटे हरिराम तलाष लिया। लेकिन धन के अभाव में दीक्षा की शादी करना राम नारायण को बहुत कठिन लग रहा था। कुछ दिन पूर्व गांव के लोगों ने उसे बताया कि मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान ने गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने के लिए सरकारी खर्चे से सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए जाते है साथ ही इन सम्मेलनों में सरकारी खर्चे पर ही कन्या को उपहार सामग्री भी दी जाती है। उसे मालूम पड़ा की इसी तरह का सम्मेलन 17 मार्च को हरसूद में होगा, तभी से उसने बेटी की शादी की तैयारियां शुरू कर दी। शादी के लिए रूपयों की चिंता उसे थी नहीं क्योंकि उसने अखबारों में पढ़ रखा था कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में गरीबों की बेटियों की शादी धूमधाम से सरकारी खर्चे पर की जाती है, जिसमें जेवर, उपहार, कपड़े व मोबाईल भी दूल्हा दुल्हन के लिए दिए जाते है। जब राम नारायण को मालूम चला बेटी की शादी में प्रदेष के स्कूल षिक्षा मंत्री डॉ. विजय शाह आने वाले है तो उसकी खुषी दुगुनी हो गई।
शनिवार को हरसूद में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में स्कूल षिक्षा मंत्री डॉ. विजय शाह , जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. वरदमूर्ति मिश्र, एसडीएम श्री जगदीष मेहरा व अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी पहुंचे और सभी अतिथियों ने वर-वधू को आषीर्वाद तो दिया ही साथ ही उपहार भी भेंट किए। अब राम नारायण और उसकी पत्नि जमना बाई अपनी बिटिया दीक्षा के हाथ पीले कर बहुत खुष और निष्चिंत है, क्योंकि उनकी बरसों पुरानी चिंता जो दूर हो गई है। राम नारायण कहता है कि मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रारंभ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना उसके जैसे लाखों गरीब पिताओं के लिए वरदान की तरह है।
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