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Thursday 24 August 2017

मातृ और शिशु मृत्यु की समीक्षा बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खंडेलवाल ने ली

मातृ और शिशु मृत्यु की समीक्षा बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खंडेलवाल ने ली


खण्डवा 24 अगस्त, 2017 -  मातृ एवं शिशु मृत्यु की समीक्षा बुधवार को जिला अस्पताल के ए.आर.सी. सेंटर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतन खण्डेलवाल व्दारा की गई, जिसमें जिले के सभी बीएमओ, बीपीएम, बीईई, बीसीएम उपस्थित थे। सभी ब्लॉको की व्यक्तिगत समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खंडेलवाल ने निर्देश दिये की इसकी समीक्षा प्रतिमाह ब्लॉक और जिला अस्पताल में की जावें ताकि मृत्यु के कारणों का सही पता लगाया जा सकें। ब्लॉक में ग्राम स्तर के समुदाय में जाकर सोशल ऑडिट किया जावें । जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों की यदि ग्राम व संस्था पर मृत्यु होती है तो उनके कारणों का पता लगाकर संबंधी क्षेत्र के दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करें। जिले में अप्रैल से जुलाई तक शिशु एवं मातृ मृत्यु की ब्लॉक वार समीक्षा की गई। बीएमओ इसमें गंभीरता से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।  डॉ. लक्ष्मी लक्ष्मी डुडवे व्दारा महिला चिकित्सालय में हुई मृत्यु के कारणों के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी। नवजात शिशु गहन ईकाई के नोडल अधिकारी डॉ. कृष्णा वास्कले व्दारा बताया गया है कि एस.एन.सी.यू. में शिशु की मृत्यु होने के मुख्य कारण यह है कि प्रसव के पश्चात् शिशु का न रोना, महिला का समय के पूर्व प्रसव होना तथा अन्य संक्रमण के कारण मृत्यु होती है। मैदानी कार्यकर्ताओं को इन बातों की जानकारी होना चाहिए। बैठक में जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति अवकाश सहायता योजना के अंतर्गत हितग्राहियों का भुगतान समय पर करें। साथ ही सी.एम. हेल्पलाईन के प्रकरणों का तुरन्त निराकरण करें। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी. जुगतावत, जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. एन.के. सेठिया, डीपीएम डॉ. शिवराजसिंह चौहान, जिले के कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित थे। 

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