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Monday 31 August 2015

त्यौहारों पर शांति व्यवस्था सुनिष्चित करें राजस्व व पुलिस अधिकारी

त्यौहारों पर शांति व्यवस्था सुनिष्चित करें राजस्व व पुलिस अधिकारी


खण्डवा 31 अगस्त,2015 - आगामी दिनों में आने वाले पर्वो पर शांति व्यवस्था बनाए रखने में सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका राजस्व व पुलिस अधिकारियों की होगी। धार्मिक पर्वो के दौरान लगाई जाने वाली झॉकियों के लिए आयोजकों द्वारा विधिवत अस्थाई विद्युत कनेक्षन लिये जायें तथा झॉकी आयोजन की भी पूर्व अनुमति ली जाये यह व्यवस्था सुनिष्चित करें। यह निर्देष कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने सोमवार शाम को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व व पुलिस अधिकारियों की बैठक में दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. महेन्द्र सिंह सिकरवार, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम पुनासा श्री बी.कार्तिकेयन, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा, सीएसपी श्री एस.एन.तिवारी, यातायात प्रभारी , नगर निगम आयुक्त, लोक निर्माण व विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारी भी मौजूद थे।
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में सख्त हिदायत दी कि गणेष उत्सव के दौरान आयोजित झॉकियों के विर्सजन के समय निकलने वाले चल समारोह के दौरान सभी झॉकियॉं निर्धारित स्थान से तय समय सीमा में रवाना हो तथा निर्धारित समय पर विर्सजन स्थल पर पहॅुचें यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि धार्मिक उत्सवों व झॉकियों के दौरान यह भी सुनिष्चित किया जाये कि झॉकियों में न तो भावनाएं भड़काने वाले नारे अंकित किए जाये और न ही ऐसे नारे लगाये जाये। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने एसडीएम व सीएसपी स्तर पर झॉकी आयोजको की पुलिस कन्ट्रोल रूम में एक बार बैठक लेकर उन्हें गणेष उत्सव के दौरान बरती जाने वाली सॉवधानियों के बारे में जानकारी देने के निर्देष दिए। 
    आज आयोजित बैठक में बताया गया कि आगामी 7 सितम्बर को गोगादेव उत्सव के तहत छड़ी निकाली जायेगी तथा 17 सितम्बर को गणेष स्थापना होगी व 27 सितम्बर को गणेष विर्सजन कार्यक्रम आयोजित होगा। इस दौरान लगभग 15 से 20 झॉकियॉं निकाली जायेगी। गत वर्ष शहर में 80 से अधिक स्थानों पर गणेष स्थापना की गई थी। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने निर्देष दिए कि सभी झॉकियों पर नजर रखने के लिए अधिकारी व कर्मचारियों की तैनाती की जाये। उन्होंने कहा कि ये अधिकारी कर्मचारी सुनिष्चित करें कि झॉकियों में कोई विवादास्पद नारे न लगाये जाये और न ही लिखे जाये। इसके अलावा झॉकियों में डीजे के उपयोग पर भी प्रभावी तरीके से रोक लगाई जाये। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में निर्देष दिए कि डीजे, बेंड व टेंट वालो की पृथक से पुलिस कन्ट्रोल रूम में बैठक लेकर उन्हें यह बता दिया जाये कि उन्हें झॉकी आयोजन के दौरान क्या सॉवधानियॉ बरतना है।

धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति के निर्माण कार्य न किए जायें

धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति के निर्माण कार्य न किए जायें

खण्डवा 31 अगस्त,2015 - कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने जिले के सभी एसडीएम, नगर निगम आयुक्त , मुख्य नगर पालिका अधिकारियांे व तहसीलदारों को निर्देष दिए है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेषों के पालन में किसी भी धार्मिक स्थलों पर निर्माण अथवा पुनर्निर्माण बिना शासकीय अनुमति के न होने दें। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल द्वारा जारी निर्देषों मंे कहा गया है कि अक्सर यह देखा जाता है कि धार्मिक स्थलों में बिना अनुमति के पुनर्निर्माण एवं विस्तार के कार्य होते है। ये कार्य राजस्व अधिकारियों की अनदेखी के कारण ही हो पाते है अतः भविष्य में सुनिष्चित किया जाये कि किसी भी धार्मिक स्थल पर जो भी निर्माण कार्य हो वह सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बाद ही हो।

विकासखण्ड व जिलास्तर पर आयोजित होगी खेल प्रतियोगिताएं

विकासखण्ड व जिलास्तर पर आयोजित होगी खेल प्रतियोगिताएं
कबड्डी, खो-खो, वॉलीवाल, व एथलेटिक्स विजेताओं को मिलेगा ‘‘मुख्यमंत्री कप‘‘


खण्डवा 31 अगस्त,2015 - प्रदेश में खेलों के प्रति युवाओं में जागरूकता पैदा करने नित नये प्रयोग किये जा रहे हैं। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा अब युवाओं को परम्परागत खेल जैसे कुश्ती, कबड्डी, खो-खो, व्हाली-बॉल, व एथलेटिक्स आदि से रूबरू करवाने मुख्यमंत्री कप का आयोजन चार चरणों में किया जायेगा। इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा आज कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में की। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हसीना बाई भाटे, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम पुनासा श्री बी.कार्तिकेयन, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा, जिला षिक्षा अधिकारी श्री के.एस.राजपूत , डीपीसी श्री सोलंकी, जिला खेल अधिकारी श्री जोसेफ बक्सला सहित जिले के सभी संकुलो के प्राचार्य, विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी व विकासखण्ड खेल समन्वयक भी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ.अग्रवाल ने सभी विकासखण्ड खेल समन्वयकों, बीआरसी व विकासखण्ड षिक्षा अधिकारियों को आपसी समन्वयक से इन प्रतियोगिताओं को सफलता पूर्वक आयोजित करने के निर्देष दिए। 
 बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री कप के तहत कबड्डी, खो-खो, व्हाली-बॉल, व एथलेटिक्स  की विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगिता 8 व 9 सितम्बर को हरसूद, 10 व 11 को किल्लौद, 12 व  13 को पंधाना, 14 व 15 को खण्डवा, 16 व 17 को पुनासा, 18 व 19 को खालवा, 20 व 21 को छैगांवमाखन, में आयोजित होगी। इन प्रतियोगिताओं मंे 16 वर्ष से कम आयु के खिलाड़ी शामिल हो सकेंगे। कुष्ती की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 14 व 15 सितम्बर को इंडोर स्डेडियम खण्डवा मंे आयोजित होगी। जबकि अन्य चार खेलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 29 व 30 सितम्बर को पुलिस लाईन खण्डवा में आयोजित होगी।
 जिला खेल अधिकारी श्री जोसेफ बक्सला ने बताया कि इस आयोजन के लिए प्रत्येक विकासखण्ड को 20 हजार रूपये का आवंटन दिया जायेगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रतिभावान खिलाडि़यों की पहचान विकासखण्ड, ग्राम-स्तर पर करना तथा उदीयमान खिलाडि़यों को प्रशिक्षण के पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवाना है। परम्परागत देशी खेलों को बढ़ावा देने के लिये कुश्ती प्रतियोगिता पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चार जिले इंदौर, उज्जैन, खण्डवा तथा बुरहानपुर में की जायेगी।

आवागमन वाले स्थानों पर नजूल के पट्टो का नवीनीकरण न करें

आवागमन वाले स्थानों पर नजूल के पट्टो का नवीनीकरण न करें

खण्डवा 31 अगस्त,2015 - कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल  ने जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार व नजूल अधिकारी को निर्देष दिए है कि नजूल के पट्टे नवीनीकरण करने से पूर्व यह परीक्षण किया जाये कि जिन स्थानों पर यह पट्टे दिए  गए है वहां से आवागमन तो नही होता है। आवागमन में बाधक बन रहे निर्माण कार्यो वाले स्थानों के पट्टे का नवीनीकरण बिल्कुल न किए जाये। उन्होंने बताया कि प्राय यह देखा गया है कि नगरीय क्षेत्रों में चौराहों पर पट्टे की भूमि पर निर्माण कार्य व अतिक्रमण से यातायात बाधित होता है। 
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देष दिए है कि सिविल न्यायालयों व उच्च न्यायालय में यदि इन पट्टो के प्रकरण चल रहे है तो उसमें शासन का पक्ष प्रभावी रूप से रखा जाये ताकि इन प्रकरणों का निराकरण शासन के पक्ष में हो सकें। साथ ही निर्देष दिए गए है कि पट्टो के नवीनीकरण से पूर्व उस स्थल का फोटो अवष्य लगवाया जायें जिससे की यह स्पष्ट हो सके की नजूल पट्टे वाले स्थान यातायात में बाधक तो नही है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने राजस्व अधिकारियों को हिदायत दी है कि यातायात में बाधक बने नजूल के पट्टो को निरस्त करने की कार्यवाही तत्काल प्रारंभ करें।

प्रधानमंत्री के संबोधन को सभी स्कूलों में प्रसारित करने की व्यवस्था की जाये

प्रधानमंत्री के संबोधन को सभी स्कूलों में प्रसारित करने की व्यवस्था की जाये
षिक्षा विभाग के अधिकारियों को कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने दिए निर्देष


खण्डवा 31 अगस्त,2015 -  आगामी 4 सितम्बर को प्रातः 10 बजे से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी विद्यार्थियों को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम दूरदर्षन एवं आकाषवाणी के विभिन्न चैनलों के माध्यम से सीधा प्रसारित किया जायेगा। जिले के सभी शासकीय व अषासकीय स्कूलों तथा मदरसों में इस कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था सुनिष्चित की जाये। यह निर्देष कलेक्टर डॉ. एम.के. अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित षिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम पुनासा श्री बी.कार्तिकेयन, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा, जिला षिक्षा अधिकारी श्री के.एस.राजपूत , डीपीसी श्री सोलंकी, जिले के सभी संकुलो के प्राचार्य, विकासखण्ड षिक्षा अधिकारी व विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक भी मौजूद थे। 
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने विद्युत कम्पनी के अधीक्षण यंत्री को निर्देष दिए कि 4 सितम्बर को प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विद्युत आपूर्ति निर्बाध रहे यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होंने स्कूलों के प्राचार्यो व विकासखण्ड षिक्षा अधिकारियों को निर्देष दिए कि स्कूलों में बैटरी व इन्वर्टर जैसी व्यवस्था भी रखे। साथ ही यदि किन्ही कारण से दूरदर्षन पर प्रसारण गांव मंे न दिखे तो वैकल्पिक व्यवस्था के रूप मंे ट्रांजिस्टर व रेडियो की व्यवस्था रखी जाये तथा प्रयास किया जाये कि रेडियो व टीवी के साथ माईक अटेच रहे ताकि अधिकाधिक लोग यह प्रसारण सुन सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रसारण को सुननें के लिए यदि स्कूलों में पंचायत पदाधिकारी या अन्य जनप्रतिनिधि भी आते है तो उनके प्रसारण सुनने के लिए व्यवस्था भी की जाये। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में कहा कि स्कूलों में उपलब्ध कम्प्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से भी प्रधानमंत्रीजी का प्रसारण विद्यार्थियों को सुनवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी किसी स्कूल में इस प्रसारण को सुनने व व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने जायेंगे तथा अपर कलेक्टर , जिला पंचायत के सीईओ, एसडीएम, सहित विभिन्न अधिकारी भी किसी न किसी स्कूल में इस प्रसारण के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लंेगे। बैठक में कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने सभी प्राचार्यो को स्कूली विद्यार्थियों के आधार व समग्र पंजीयन की मैपिंग के कार्य में गति लाने के निर्देष भी दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य मंे लापरवाही बरतनें वाले प्राचार्यो के विरूद्ध कार्यवाही की जायेंगी।

आधार कार्ड पंजीयन का रिकार्ड ग्राम पंचायतों व नगरीय निकायों में भी रखें - कलेक्टर डॉ. अग्रवाल

आधार कार्ड पंजीयन का रिकार्ड ग्राम पंचायतों व नगरीय निकायों में भी रखें- कलेक्टर डॉ. अग्रवालसाप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देष



खण्डवा 31 अगस्त,2015 -  आधार कार्ड पंजीयन कार्य में गति लाई जाये तथा ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में आधार कार्ड पंजीयन के बाद नागरिकों के आधार कार्ड नम्बर एक पंजी में आवष्यक रूप से दर्ज किए जायें ताकि विभिन्न योजनाओं के तहत किसी ग्रामीण को आवेदन करते समय यदि आधार नम्बर की आवष्यकता हो तो उसका रिकार्ड पंचायत या नगरीय निकाय में भी उपलब्ध रहें। यह निर्देष कलेक्टर डॉ. एम.के. अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस.एस.बघेल, एसडीएम पुनासा श्री बी.कार्तिकेयन, एसडीएम खण्डवा श्री शाष्वत शर्मा सहित जिले के सभी एसडीएम, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगर निगम आयुक्त खण्डवा व अन्य जिला अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में निर्देष दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में 5-10 ग्राम पंचायतों के समूह बनाकर उनमें से किसी एक बड़े ग्राम में आधार पंजीयन का कार्य किया जायें। आंगनवाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में दर्ज विद्यार्थियों के पंजीयन पर विषेष ध्यान दिया जायें।

उचित मूल्य की नई दुकानों के स्वीकृति आदेष तत्काल जारी करें

बैठक मंे जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.आर.कोठारे ने बताया कि शासन की नई नीति के अनुसार 117 उचित मूल्य की दुकानें महिला स्वसहायता समूहों को आवंटित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि उचित मूल्य की नई दुकानों संबंधी आवेदन संबंधित एसडीएम को भेज दिए गए है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत स्वीकृत होने वाली नई दुकानों के प्रस्ताव परीक्षण कर पात्रता अनुसार तत्काल स्वीकृत कराने के निर्देष सभी एसडीएम को दिए। 

प्राकृतिक आपदा से पीडि़त लोगों को तत्काल दी जाये राहत

बैठक में अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि राजस्व पुस्तक परिपत्र के संषोधित प्रावधानों के अनुसार प्राकृतिक आपदा से पीडि़त परिवारों को राहत देने के लिए हाल ही में एक करोड़ रूपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने निर्देष दिए कि उपलब्ध आवंटन से लंबित राहत प्रकरणों में सहायता दी जाये तथा पूर्व में यदि राहत के लिए बजट के अभाव में जनपद पंचायत या नगरीय निकाय से राषि उधार ली गई है तो उसका समायोजन उपलब्ध बजट से किया जाये। उन्होंने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी निर्देष दिए कि उनके द्वारा जो राषि संबंधित एसडीएम या तहसीलदार की मांग पर राहत हेतु दी गई है तो उसे वापस मांग लें।

गरीब पेंषनरों के खाते पोस्ट ऑफिस के स्थान पर राष्ट्रीयकृत बैंको में खुलवायें जायें

कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक मंे निर्देष दिए कि पूर्व में जिले के छात्रावासों के निरीक्षण के लिए जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, उनके द्वारा अभी तक निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत नही किए गए है। अतः समय समय पर आवंटित छात्रावासों का निरीक्षण करते रहे तथा उनके निरीक्षण प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करते रहे। उन्होंने सभी जनपद पंचायतों के सीईओ व मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देष दिए कि विभिन्न पेंषन योजनाओं में गरीब पेंषनरों के खाते पोस्ट ऑफिस से हटाकर राष्ट्रीयकृत बैंको में तत्काल खुलवायें ताकि हितग्राहियों के खाते में सीधे ही राषि भेजी जा सके। उन्हांेने कहा कि पोस्ट ऑफिस में खाते होने पर हितग्राहियों को पेंषन भुगतान में अक्सर देरी होने की षिकायत मिलती रहती है। 

जन्माष्टमी व गणेष उत्सव के दौरान मिठाई की दुकानों व होटलों से लिए जायें सेम्पल

कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बैठक में कहा कि आगामी दिनों मंे मनाये जाने वाले त्यौहारों के दौरान शांति व्यवस्था सुनिष्चित करने के उद्देष्य से जन्माष्टमी के दौरान विभिन्न मंदिरों मंे अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जायें। साथ ही गणेष उत्सव के दौरान आयोजित झॉकियों मंे भी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों को पाबंद किया जायें। उन्होंने त्यौहारों के दौरान मिठाई एवं खाद्य सामग्री की दुकानों व होटलों का निरीक्षण कर खाद्य सामग्री के सेम्पल लेने के निर्देष भी खाद्य एवं औषधि प्रषासन विभाग के निरीक्षकों को दिए। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने नापतौल विभाग के अधिकारियों को भी त्यौहारों के दौरान दुकानों के निरीक्षण कर प्रकरण बनाने के निर्देष दिए। 

दिनांक 31 अगस्त 2015 को समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पत्र करतनें



































Friday 28 August 2015

सितम्बर माह में 36 नसबंदी शिविर आयोजित होंगे

सितम्बर माह में 36 नसबंदी शिविर आयोजित होंगे

खण्डवा 28 अगस्त,2015 -  परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में माह सितम्बर में महिला एवं पुरूष नसबंदी के लिए 36 षिविर आयोजित किए जायेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस. अवास्या ने बताया कि यह षिविर आगामी 7, 14, 21, 28, अगस्त को जिला अस्पताल खण्डवा, छैगांवमाखन, पंधाना में आयोजित होंगे। इन षिविरों में इन्दौर के जाने माने चिकित्सक डॉ. कंसल द्वारा नसबंदी ऑपरेषन किए जायेंगे। इसी तरह आगामी 2, 9, 16, 23 व 30 अगस्त को सुलगांव, पुनासा, मून्दी में डॉ. हेमन्त कंसल द्वारा नसबंदी ऑपरेषन किए जायेंगे। इसके साथ ही आगामी 4, 11, 18, अगस्त को हरसूद, सिंगोट व खालवा, में डॉ. महाडिक द्वारा नसबंदी की जायेगी । सभी आशा कार्यकर्ताआंे व स्वास्थ्य कार्यकर्ताआंे को निर्देश है दिये गये किं शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें एवं नसबंदी हितग्राहियों को प्रेरित कर इन शिविरों में भेजे ।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस. अवास्या ने बताया कि नसबंदी कराने वाले हितग्राही पुरूष को 2000 रू. नगद व  प्रेरक को  300 रू. नगद दिये जायेगें। जबकि नसबंदी कराने वाली महिला हितग्राही को 1400 रू. व प्रेरक को 200 रू. नगद दिये जावेगंे । प्रसव पश्चात् 7 दिन के अन्दर नसबंदी कराने वाली महिला को रू. 2200 तथा प्रेरक को रू. 300 दिये जाने का प्रावधान है।

खण्डवा सहित प्रदेश के 14 जिलों में अब तक हो चुकी है सामान्य से अधिक वर्षा

खण्डवा सहित प्रदेश के 14 जिलों में अब तक हो चुकी है सामान्य से अधिक वर्षा

खण्डवा 28 अगस्त,2015 -  प्रदेश में एक जून से 27 अगस्त तक हुई वर्षा के आधार पर 14 जिले में सामान्य से अधिक, 22 जिले में सामान्य और 15 जिले में कम वर्षा हुई है। जिन जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है, उनमें खण्डवा, धार, इंदौर, झाबुआ, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, गुना, राजगढ़, और हरदा हैं।
सामान्य वर्षा वाले जिले बड़वानी, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, सतना, सिंगरौली, होशंगाबाद, अशोकनगर, विदिशा, ग्वालियर, सिवनी, उमरिया, शिवपुरी, बुरहानपुर, छिन्दवाड़ा, खरगोन, दतिया, रायसेन, बैतूल, अलीराजपुर, सीहोर, भोपाल एवं मण्डला हैं। सामान्य से कम वर्षा वाले जिले कटनी, बालाघाट, पन्ना, अनूपपुर, सागर, शहडोल, छतरपुर, श्योपुर, दमोह, टीकमगढ़, रीवा, सीधी, भिण्ड, मुरैना और जबलपुर हैं।

सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां 10 सितम्बर तक आमंत्रित

सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार हेतु प्रविष्टियां 10 सितम्बर तक आमंत्रित

खण्डवा 28 अगस्त,2015 -  कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम ‘‘आत्मा‘‘ के अंतर्गत सर्वोत्तम कृषक का चयन कर उसे गणतंत्र दिवस को पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इसके लिए जिले के समस्त कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्यपालन एवं उन्नत कृषि अभियांत्रिकी के प्रगतिषील कृषक बंधुओं एवं उत्कृष्ठ समूहों से प्रविष्टियां आमंत्रित की जा रही है । प्रविष्टि फार्म ब्लॉक के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अथवा बी.टी.एम. आत्मा से प्राप्त किया जा सकता है । फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 10 सितम्बर 2015 है। उसके बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जावेगा। आवेदन फार्म विकासखण्ड स्तर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में या ब्लॉक टैक्नालॉजी मैनेजर आत्मा के पास कार्यालयीन समय में जमा किये जा सकते है। 
फार्म के साथ किसान भाईयों को अपनी फोटो, मोबाइल व दूरभाष नंबर, बैंक अकाउण्ट नंबर देना अनिवार्य है । फार्म को अपने क्षेत्र के संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सत्यापित करा कर ही जमा करावें तथा संबंधित गतिविधि का साक्ष्य यदि हो तो वह भी प्रस्तुत करें जैसे उपज विक्रय रसीद, कोई राज्य या जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुआ हो तो उसकी छायाप्रति इत्यादि। विकासखण्ड से प्राप्त सर्वोत्तम कृषक समूह का चयन, चयन समिति द्वारा प्राप्तांकों के आधार पर किया जावेगा,  विजेता कृषक को रुपये 10000 का पुरस्कार एवं समूह को 20000 रूपये का पुरस्कार दिया जावेगा । 

स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाष्त नही की जाएगी - कलेक्टर डॉ. अग्रवाल

स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाष्त नही की जाएगी - कलेक्टर डॉ. अग्रवाल
जिला स्वास्थ्य समिति व पीएनडीटी एक्ट संबंधी समिति की बैठक सम्पन्न



खण्डवा 28 अगस्त,2015 -  सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अनेकों तरह के स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित किए गए है, इनके क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाष्त नही की जाएगी तथा अपने कर्त्तव्यों के प्रति कोताही बरतने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों के विरूद्ध अनुषासनात्मक  कार्यवाही की जाएगी। यह बात कलेक्टर डॉ. एम.के.अग्रवाल ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारियों से कही। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस.अवास्या, सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी.जुगतावत, तथा जिले के सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी व विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक तथा स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक के साथ आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पीसीपीएनडीटी एक्ट संबंधी क्रियान्वयन समिति की बैठक भी सम्पन्न हुई जिसमें कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने जिले की सभी सोनोग्राफी मषीनों में टेªकिंग सिस्टम लगाकर गर्भपात पर प्रभावी तरीके से रोक लगाने के निर्देष चिकित्सा अधिकारियों को दिए ताकि जिले का लिंगानुपात सुधर सकें। 
कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सोनोग्राफी सेंटर्स पर रखी जाए नजर
बैठक में बताया गया कि जिले में 18 सोनोग्राफी सेंटर कार्यरत है, जिसमें से 14 मषीने चालू स्थिति में है तथा शेष 4 किन्हीं कारणों से बंद है। इन सभी 14 मषीनों में टेªकर लगाये जा चुके है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने निर्देष दिए कि बंद 4 मषीनांे का लायसेंस नवीनीकरण न किया जाये। उन्होंने कहा कि  सोनोग्राफी मषीनों में लगे टेªकिंग सिस्टम से प्राप्त रिपोर्ट का बीएमओ व मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित अध्ययन करें तथा जिन महिलाओं ने 2-3 बेटियों के बाद गर्भावस्था में सोनोग्राफी कराई है उन पर सख्त नजर रखी जायंे कि वे महिलाएं लिंग परीक्षण कराकर गर्भपात न करायें। उन्होंने सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे ग्राम चिन्हित कर लें जिनमें पुरूषो की तुलना में महिलाओं का लिंगानुपात अत्यन्त कम है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने ऐसे गांव की महिलाओं द्वारा गर्भावस्था में सोनोग्राफी कराये जाने पर उनकी मॉनिटरिंग गंभीरता से करने के निर्देष दिए। बैठक में बताया गया कि 16 से 20 सप्ताह की गर्भावस्था में लिंग परीक्षण की सर्वाधिक संभावना रहती है, अतः कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने इस अवधी की गर्भावस्था वाली महिलाओं द्वारा सोनोग्राफी कराये जाने पर उनकी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देष दिए ताकि ये महिलाएं गर्भपात न करा सकें। 
महिलाओं का गर्भ परीक्षण करने के बाद ही किए जाये नसबंदी ऑपरेषन
बैठक में बताया गया कि नसबंदी ऑपरेषन असफल होने लगभग 21 प्रकरण लंबित है जिनमें अधिकांष में नसबंदी ऑपरेषन से पूर्व ही महिला का गर्भवती होना पाया गया है। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने सभी बीएमओ को निर्देष दिए कि नसबंदी कराने के लिए आने वाली महिलाओं का गर्भ परीक्षण गंभीरता से करने के बाद ही ऑपरेषन किया जायें ताकि इस तरह के केस न हो। उन्होंने नसबंदी ऑपरेषन के असफल प्रकरणों को राज्य स्तरीय समिति की ओर भेजने के निर्देष भी दिए ताकि इन महिलाओं को शासन द्वारा क्षतिपूर्ति स्वीकृत हो सकें।
माताओं और बच्चों का शत प्रतिषत पंजीयन सुनिष्चित करें
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने निर्देष दिए कि मदर चाईल्ड टेªकिंग सिस्टम एमसीटीएस में जिले के बच्चों व माताओं का शत प्रतिषत पंजीयन कराया जाए ताकि माताओं व बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों का लाभ समय पर मिल सकें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी बीपीएम को निर्देष कि वे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की डाटा फीडिंग नियमित रूप से कराये तथा अपने कर्त्तव्यों को सही ढंग से निभाये अन्यथा उन्हें सेवा से पृथक किया जा सकता है।   

दिनांक 28 अगस्त 2015 को समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पत्र करतनें